Wed. Nov 27th, 2024

Year: 2024

अश्क़-ए-निस्बत मैं भर कर मिलना है उनसे हरे ज़ख्मों का इलाज़ करवाना है उनसे मस्त-ए-तरभ सी ज़िंदगी मैं तबुस्सम सा चेहरा उनका हाफिज़ा हमारी में... Read More