छात्र संघ चुनाव पर चुप्पी साधे बैठी भाजपा जजपा सरकार : दीपांशु बंसल
अक्टूबर 2018 में 22 वर्ष बाद हुए थे छात्र संघ चुनाव,अब फिर लटके : दीपांशु बंसल
प्रदेश सरकार छात्र संघ चुनाव नही करवाना चाहती,युवाओं को बरगलाकर सत्ता में पहुंचे दुष्यंत चौटाला
मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री प्रदेश के छात्रों से किए गए वायदे को भूले
हरियाणा न्यूज ब्यूरो 21 नवंबर 2023
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की छात्र इकाई(एनएसयूआई) के राष्ट्रीय प्रवक्ता दीपांशु बंसल एडवोकेट ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला द्वारा प्रदेश में छात्र संघ चुनाव बहाल न किए जाने को लेकर प्रदेश सरकार को युवाओं के हकों से कुठाराघात होना बताया है।इसके साथ ही आरोप लगाया है कि प्रदेश सरकार द्वारा कभी हरियाणा में छात्र संघ चुनाव बहाल करने की कोई नियत व नीति नही थी अपितु सरकार युवाओं और छात्रों से झूठा वायदा करके सत्ता में बैठी,और और 4 वर्ष से ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद सरकार ने चुनावो की बहाली नहीं की।
दीपांशु ने कहा कि अक्टूबर 2018 में 22 वर्षो के बाद एनएसयूआई के अथक प्रयासों से प्रदेश में छात्र संघ चुनाव बहाल हुए थे परन्तु उसके बाद सरकार ने छात्रों के साथ विश्वासघात करके छात्र संघ चुनाव नही करवाए जोकि सरकार की छात्रों के हको के प्रति गम्भीरता को दर्शाता है।
एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रवक्ता दीपांशु बंसल ने कहा कि वर्ष 2018 में सरकार ने अप्रत्यक्ष रूप से छात्र संघ चुनाव करवाए थे जबकि उसके बाद से प्रत्यक्ष रूप से छात्र संघ चुनाव करवाए जाने थे लेकिन प्रत्यक्ष प्रणाली के चुनाव तो दूर अप्रत्यक्ष रुप से छात्र संघ चुनावो के भी आसार खत्म हो चुके है क्योंकि अब दिसम्बर में प्रदेश के विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में परीक्षाएं है तथा उससे पूर्व छात्र परीक्षाओं की तैयारियों में जुट जाएंगे।
दीपांशु बंसल ने बताया कि अगस्त-सितम्बर में देश के विभिन्न जगह छात्र संघ सम्पन्न हो चुके है जिनमे छात्रों ने भाजपा और एबीवीपी को पूरी तरह से नकार दिया है,निकटम पंजाब विश्वविद्यालयो के छात्र संघ चुनाव में भी छात्रों ने एबीवीपी को पूरी तरह से नकार दिया है।हरियाणा में छात्र संघ चुनाव बहाल होने से छात्रों में राजनीतिक जागरूकता व अपने हको को लेने का जज्बा कायम हुआ था जिसे अब खट्टर दुष्यंत सरकार इसे पूर्णतः खत्म करना चाहती है।
भाजपा ने इससे पहले भी अपने शासनकाल मे छात्र संघ चुनावो को बंद किया था और इस बार भी सरकार इसी नियत और नीति के साथ छात्र संघ चुनावो को कभी शुरू नही करना चाहती है जिसके विरुद्ध एनएसयूआई पूरी मजबूती से छात्रों की आवाज बुलंद करेगी।
जजपा का इनसो भी छात्रों के हको को भुला
जहां भाजपा के साथ सत्ता में आई जजपा का छात्र संगठन,इनसो भी प्रत्यक्ष रूप से छात्र संघ चुनावो की बात किया करता था अब सत्ता में आने के बाद छात्र हितों को दरकिनार कर सत्ता के सुख भोगने में व्यस्थ है। दीपांशु बंसल ने कहा कि एनएसयूआई ने हमेशा छात्र हितों की लड़ाई लड़ी है,प्रदेश में छात्र संघ चुनावो की बहाली करवाने से लेकर छात्र संघ चुनाव जीतने तक एनएसयूआई हमेशा छात्रों के साथ रही है|
अब सरकार की छात्र विरोधी नीतियों को भी पूर्ण रूप से उजागर किया जाएगा।ज्ञात रहे इनसो के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला समेत दुष्यंत चौटाला हमेशा से प्रत्यक्ष रूप से छात्र संघ चुनावो को पहली कलम से बहाल करने के वायदे किया करते थे,यही नही मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पुतले फूंक कर,प्रदेश के विश्वविद्यालयो के गेट बन्द करके इस मांग को उठाया करते थे परन्तु अब जजपा का छात्रों के प्रति रंग दिखता नजर आ रहा है।छात्रों को आस थी पहली कैबिनेट बैठक में प्राथमिकता के आधार पर प्रत्यक्ष प्रणाली के छात्र संघ चुनावो पर मोहर लगती परन्तु सब दावे फेल साबित हुए।
प्रदेश सरकार स्थिति स्पष्ट करें
एनएसयूआई में राष्ट्रीय प्रवक्ता दीपांशु बंसल एडवोकेट ने मांग की है कि जजपा-भाजपा सरकार प्रदेश में छात्र संघ चुनावो को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट कर अपना स्टैंड क्लियर करे ताकि छात्र असमंजस से बाहर निकले।बंसल ने कहा सरकार का छात्र विरोधी चेहरा अब प्रदेश के छात्रों के सामने बेनकाब हो चुका है क्योंकि सरकार ने जानबूझ कर छात्र संघ चुनावो को टाला जिससे चुनाव न हो सके।
For More Information Stay Updated With : newsonline.media