चौधरी बंसीलाल के परिवार व भिवानी से विश्वासघात-भेदभाव करने वाले भूपेंदर सिंह हुड्डा के घड़ियाली आंसू |
जिस चौधरी बंसीलाल व सुरेन्द्र सिंह ने आगे बढ़ाया, के परिवार को अपने स्वार्थ के लिए बिखराया |
रणवीर महेंद्रा ओर उसके बेटे के कंधे पर बन्दुक रखकर चौधरी बंसीलाल जी की विरासत को खत्म करने की नाकाम कोसिस कर रहा है हुड़्डा।
भूपेंदर सिंह हुड्डा ने आज गोलागढ़ में जाकर दिवंगत चौधरी बंसीलाल जी व सुरेन्द्र सिंह की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करने का ढोंग रचा। जिस हुड़्डा ने अपने स्वार्थ के लिए चौधरी बंसीलाल जी के परिवार को एकजुट नहीं होने दिया, उनके परिवार को उलझाकर रखा, उन्हें उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करने की बजाए उनकी प्रतिमा, उनके परिवार के सदस्यों के सामने जाकर माफी मांगनी चाहिए, ताकि हुड्डा ने इस परिवार व भिवानी से दुर्भावना रखते हुए जो भी पाप किए, वे पाप कुछ कम हो सकें।
हुड़्डा ने हमेशा चौधरी बंसीलाल जी और भिवानी जिले के गद्दार रणवीर महेन्द्रा व अनिरुद्ध चौधरी के कंधे पर बंदूक रखकर चौधरी बंसीलाल जी के नाम को मिटाने की नाकाम कोसिस की है, जिस महेंद्रा ओर अनिरुद्ध के कंधे पर बन्दुक रखकर चौधरी बंसीलाल जी के नाम को मिटाने का सपना देखने वाले हुड़्डा को पता होना चाहिए की हर कोई जानता है की ताउम्र रणवीर महेन्द्रा चौधरी बंसीलाल के खिलाफ रहा, हमेशा चौधरी बंसीलाल जी को कमजोर करने की कोसिस करता रहा, यहां तक की अपनी बेटी की शादी में भी कन्यादान चौधरी बंसीलाल जी की बजाए भजनलाल से करवाया। महेंद्रा ओर उसका बेटे ने जीते जी तो चौधरी बंसीलाल जी के रास्ते में कांटे बोए ओर उनके जाने के बाद भिवानी के दुश्मन भूपेंदर सिंह हुड़्डा के साथ मिलकर चौधरी बंसीलाल जी का नाम मिटाने की लगातार कोसिस कर रहे है, रणवीर महेन्द्रा ने कभी भिवानी जिले के साथ हुड़्डा द्वारा किए गए भेदभाव की आवाज़ नहीं उठाई बल्कि हुड़्डा के इशारे पर चौधरी बंसीलाल जी की विरासत को आगे बढ़ाने वाली किरण चौधरी और श्रुति चौधरी के रास्ते पर कांटे बिछाकर बंसीलाल जी के नाम को मिटाने की कोसिसे की हैं ।
भूपेंदर सिंह हुड़्डा ने मुख्यमंत्री रहते चौधरी बंसीलाल जी व चौधरी सुरेंद्र सिंह जी के गृह जिले भिवानी के साथ भेदभाव करके उनकी आत्मा को ठेस पहुंचाई, उसके लिए भिवानी जिले की जनता के सामने दंडवत होते हुए माफी मांगनी चाहिए, न की घड़ियाली आंसू बहाने चाहिएं। ऐसा करने पर संभव है कि उनके कुछ पापों का प्रायश्चित जीते जी यहीं पर हो जाए। भिवानी की जनता यह तो कभी भी नहीं भूल सकती कि हुड़्डा के मुख्यमंत्री रहते रोहतक से लेकर भिवानी तक फॉरलेन सड़क होती थी, जो भिवानी की सीमा आते ही सड़क खत्म हो जाती थ। भिवानी व भिवानी की जनता से इतनी नफरत करने वाले हुड़्डा को चौधरी बंसीलाल जी व सुरेन्द्र सिंह जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करने के साथ-साथ भिवानी की जनता से अपने किए के लिए माफी मांगनी चाहिए। भिवानी से भूपेंदर सिंह हुड़्डा किस कदर नफरत करते हैं, उसका सीधा उदाहरण उनके मुख्यमंत्री रहते भिवानी जिले की सीमा तक फॉरलेन और भिवानी जिले की जर्जर और सिंगल सड़कें खुद ही हालात बयां कर देती थी। भूपेंदर हुड़्डा ने भिवानी को हर तरीके से तबाह व यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर का नाश करने में कोई कसर नहीं छोड़ी , नोकरियों में भिवानी जिले के युवाओें के हक को खा गया । यह तो गनीमत रही कि चौधरी बंसीलाल जी व सुरेन्द्र सिंह की विरासत को आगे बढ़ाने वाली श्रीमती किरण चौधरी और उस समय सांसद रही श्रुति चौधरी ने कांग्रेस हाईकमान से अपने मजबूत रिश्तों के दम पर जिले में कार्य भी करवाए और इनके सामने घुटने नहीं टेके, लगातार इलाके की आवाज उठाती रही।
भूपेंदर सिंह हुड़्डा सच में चौधरी बंसीलाल जी और सुरेन्द्र सिंह जी को श्रद्धांजलि देना चाहते हैं तो वे भिवानी की जनता को बताएं कि क्यों उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए भिवानी जिले से भेदभाव और भिवानी जिले को बर्बाद करने की हर संभव कोशिश की। उन्हें अपने किए के लिए सरेआम भिवानी की जनता से माफी मांगनी चाहिए, यही चौधरी बंसीलाल जी व सुरेन्द्र सिंह जी को श्रद्धांजलि होगी। हालांकि, भिवानी की कर्मठ जनता जानती है कि हुड्डा किस कद्र पुत्रमोह में अंधे होकर घूम रहे हैं, कांग्रेस को आगे बढ़ाने की बजाए अपने बेटे की ताजपोशी के लिए ग्राउंड तैयार करने के चक्कर में हरियाणा में कांग्रेस को खत्म करने का षड्यंत्र रच रहे हैं। इसलिए अब चौधरी बंसीलाल जी व सुरेंद्र सिंह के कार्यकर्ता व भिवानी की जनता इनके झांसे में कतई नहीं आने वाली। उन्हें पता है कि कौन उनके हितों की रक्षा करने में सक्षम है, कौन उनके खेतों व घर की रसोई तक पाने लाने में सक्षम है, कौन उनके बच्चों के लिए रोजगार का इंतजाम कराने में सक्षम है, कौन उनका मान-सम्मान बनाए रख सकता है।