श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय हरियाणा के सरकारी स्कूलों में स्किल सब्जेक्ट पढ़ रहे दसवीं और बारहवीं कक्षा के 80 हजार विद्यार्थियों का मूल्यांकन करेगा। यह मूल्यांकन 22 जिलों के 1248 स्कूलों में पहली फरवरी से शुरू होगा। विश्वविद्यालय ने इसके लिए 300 से भी ज्यादा प्रशिक्षित लोगों की टीम तैयार की है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि इस अभियान के लिए हरियाणा शिक्षा परियोजना परिषद के साथ अनुबंध हुआ है। इसके अंतर्गत हरियाणा के विभिन्न स्कूलों में दसवीं और बारहवीं कक्षा में स्किल सब्जेक्ट पढ़ने वाले 80 हजार 53 विद्यार्थियों के मूल्यांकन का जिम्मा श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय को मिला है। इनमें दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों की संख्या 44 हजार 492 है, जबकि बारहवीं के 35 हजार 561 विद्यार्थी शामिल हैं। विशेषज्ञों की टीम प्रैक्टिकल असेसमेंट करेगी और विद्यार्थियों का सर्टिफिकेशन किया जाएगा। यह मूल्यांकन स्किल पर आधारित 15 सेक्टरों में किया जाएगा। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि यह मूल्यांकन नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क के मानकों पर होगा। विद्यार्थियों के सर्टिफिकेशन के आधार पर उनके क्रेडिट भी क्रेडिट बैंक में जाएंगे। भविष्य में स्किल पर आधारित कोर्स करते समय उन्हें इन अंकों का लाभ मिलेगा। अकेडमिक बैंक ऑफ़ क्रेडिट से वह अपने क्रेडिट लेकर फायदा ले सकेंगे। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि यह क्रेडिट डीजी लॉकर में जमा होंगे। स्किल को बढ़ावा देने के लिहाज से यह सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इससे स्कूली स्तर पर विद्यार्थियों में कौशल शिक्षा के प्रति रुझान बढ़ रहा है। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय इसी के अनुरूप अपने प्रोग्राम डिजाइन कर रहा है, ताकि स्कूली स्तर पर स्किल सीख कर आने वाले विद्यार्थी इन्हें अपने करियर के रूप में अपना सकें। इसमें बड़ी सफलता भी मिल रही है।
श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर निर्मल सिंह ने बताया कि यह अपने आप में एक बड़ा मूल्यांकन अभियान है। इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। प्रदेश के सभी 1248 स्कूलों के लिए शेड्यूल जारी कर दिया गया है। प्रोफेसर निर्मल सिंह ने बताया कि यह मूल्यांकन आईटी, एग्रीकल्चर, अपैरल, बैंकिंग एन्ड फिनांस, ऑटोमेटिव, ब्यूटी एन्ड वैलनेस, कंसट्रक्शन, हेल्थ केयर, मीडिया एंटरटेनमेंट, फिजिकल एजुकेशन, प्लंबिंग, पावर, टूरिज्म एन्ड हॉस्पिटैलिटी और रिटेल विषयों में मूल्यांकन किए जाएंगे। प्रोफेसर निर्मल सिंह ने बताया कि यह मूल्यांकन प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और प्रभावी बनाई गई है।
असेसमेंट हेड पीयूष चक्रवर्ती ने बताया कि इस बड़े कार्य का जिम्मा श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के मूल्यांकन एवं प्रमाणन विभाग को मिला है। इसे क्रियान्वित करने के लिए 300 लोगों की टीम को जॉब रोल के अनुसार प्रशिक्षण दिया गया है। सहायक कुलसचिव शिखा गुप्ता ने बताया कि जॉब रोल और सेक्टर के अनुसार टीमें गठित की गई हैं। तय समय में मूल्यांकन प्रक्रिया पूरी कर परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। उप निदेशक सरोज मिश्रा ने बताया कि मूल्यांकन प्रक्रिया के निरीक्षण के लिए पर्यवेक्षक भी बनाए गए हैं।
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