हरियाणा में अब साइबर अपराधियों की खैर नहीं !
चंडीगढ़, 28 फरवरी –
हरियाणा सरकार द्वारा साइबर अपराध की बढ़ती घटनाओं पर अंकुश लगाने एवं प्रभावी जांच सुनिष्चित करने के उद्देश्य से स्टेट क्राईम ब्रांच के अंतर्गत पंचकूला में संचालित साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन और साइबर फोरेंसिक लैब के लिए पुलिस कर्मचारियों और आईटी पेशेवरों के 98 पदों के सृजन को मंजूरी प्रदान की गई है।
गृह मंत्री, हरियाणा श्री अनिल विज ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि कुल नए पदों में पुलिस कर्मचारियों के लिए 42 पद सृजित किए गए हैं जबकि शेष 56 पद आईटी पेशेवरों के लिए स्वीकृत किए गए हैं।
मंत्री ने कहा कि पुलिस कर्मचारियों के नए सृजित पदों में निरीक्षकों के 7, उप-निरीक्षकों के 3, सहायक उप-निरीक्षक का 1, हेड कांस्टेबल के 6 और कांस्टेबल (पुरुष / महिला) के 25 पद शामिल हैं। आईटी पेशेवरों में, सीनियर सिस्टम एनालिस्ट, प्रोग्राम/डाटा एनालिस्ट और नेट वर्किंग इंजीनियर के 16-16 पद और वेब-डिजाइनर के 8 पद स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने कहा कि आईटी पेशेवरों के पद साइबर विशेषज्ञों में से अनुबंध के आधार पर भरे जाएगें।
श्री विज ने कहा कि जिस प्रकार साइबर अपराध से पुलिस विभाग के समक्ष नई चुनौतियां आ रही हैं, इसलिए साइबर पुलिस स्टेशन के लिए नए पदों के सृजन से पुलिस को साइबर अपराध से प्रभावी ढंग से निपटने में मदद मिलेगी। साथ ही, इस पुलिस स्टेशन में सभी प्रकार के साइबर अपराध से निपटने के लिए आधुनिक उपकरण और सॉफ्टवेयर भी उपलब्ध करवाए जाएंगे। यह सभी प्रकार के ऑनलाइन और प्रौद्योगिकी संबंधी अपराधों के लिए एक केंद्रीकृत समन्वय केंद्र के रूप में कार्य करेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार राज्य में सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन राज्य में साइबर अपराध की सभी प्रकार की घटनाओं की जांच करेगा। इसके अतिरिक्त, एक साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पहले से ही गुरुग्राम में संचालित है।
गृह मंत्री, हरियाणा श्री अनिल विज ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि कुल नए पदों में पुलिस कर्मचारियों के लिए 42 पद सृजित किए गए हैं जबकि शेष 56 पद आईटी पेशेवरों के लिए स्वीकृत किए गए हैं।
मंत्री ने कहा कि पुलिस कर्मचारियों के नए सृजित पदों में निरीक्षकों के 7, उप-निरीक्षकों के 3, सहायक उप-निरीक्षक का 1, हेड कांस्टेबल के 6 और कांस्टेबल (पुरुष / महिला) के 25 पद शामिल हैं। आईटी पेशेवरों में, सीनियर सिस्टम एनालिस्ट, प्रोग्राम/डाटा एनालिस्ट और नेट वर्किंग इंजीनियर के 16-16 पद और वेब-डिजाइनर के 8 पद स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने कहा कि आईटी पेशेवरों के पद साइबर विशेषज्ञों में से अनुबंध के आधार पर भरे जाएगें।
श्री विज ने कहा कि जिस प्रकार साइबर अपराध से पुलिस विभाग के समक्ष नई चुनौतियां आ रही हैं, इसलिए साइबर पुलिस स्टेशन के लिए नए पदों के सृजन से पुलिस को साइबर अपराध से प्रभावी ढंग से निपटने में मदद मिलेगी। साथ ही, इस पुलिस स्टेशन में सभी प्रकार के साइबर अपराध से निपटने के लिए आधुनिक उपकरण और सॉफ्टवेयर भी उपलब्ध करवाए जाएंगे। यह सभी प्रकार के ऑनलाइन और प्रौद्योगिकी संबंधी अपराधों के लिए एक केंद्रीकृत समन्वय केंद्र के रूप में कार्य करेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार राज्य में सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन राज्य में साइबर अपराध की सभी प्रकार की घटनाओं की जांच करेगा। इसके अतिरिक्त, एक साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पहले से ही गुरुग्राम में संचालित है।