जजपा नहीं लड़ेगी दिल्ली विधानसभा चुनाव BJP के साथ गठबंधन होगा मजबूत
जजपा नेता दुष्यंत चौटाला ने साफ कर दिया है कि जजपा दिल्ली चुनाव नहीं लड़ेगी। भाजपा को जहां जरूरत होगी वहां जजपा के तमाम कार्यकर्ता व नेता मदद करेंगे।
चंडीगढ़, 21 जनवरी । हरियाणा में भाजपा की सहयोगी जननायक जनता पार्टी द्वारा दिल्ली विधानसभा चुनाव लडऩे को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर विराम लगाते हुए हरियाणा के उपमुख्यमंत्री एवं जजपा नेता दुष्यंत चौटाला ने साफ कर दिया है कि जजपा दिल्ली चुनाव नहीं लड़ेगी। भाजपा को जहां जरूरत होगी वहां जजपा के तमाम कार्यकर्ता व नेता मदद करेंगे।
दुष्यंत चौटाला ने मंगलवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जननायक जनता पार्टी ने हालही में हुआ हरियाणा विधानसभा चुनाव चाबी चुनाव चिन्ह पर लड़ा था। इससे पहले जींद उपचुनाव कप-प्लेट चुनाव चिन्ह तथा लोकसभा का चुनाव चप्पल के निशान पर लड़ा था। जजपा को चुनाव आयोग द्वारा केवल क्षेत्रीय दल के रूप में मान्यता प्रदान की गई है। इसलिए चुनाव आयोग द्वारा दिल्ली में कप-प्लेट और चप्पल के चुनाव चिन्ह सितंबर माह के दौरान तथा चाबी का चुनाव चिन्ह दिसंबर माह के दौरान अन्य राजनीतिक दलों को अलाट कर दिया गया। जजपा को अपने पुराने तीन चुनाव चिन्हों में से कोई नहीं मिला।
जिसके चलते पार्टी की पांच सदस्यीय समीति ने नए चुनाव चिन्ह की बजाए चुनाव न लडऩे का फैसला लिया है। दुष्यंत चौटाला ने चुनाव मैदान से हटने के पीछे राजनीतिक कारणों से इनकार करते हुए कहा कि जजपा ने बकायदा बैठक करके न केवल पांच सदस्यों की कमेटी का गठन किया था बल्कि अपने अलग घोषणा पत्र पर चुनाव लडऩे का फैसला किया था। भाजपा के साथ गठबंधन को लेकर बातचीत भी समानांतर रूप से चल रही थी।
जजपा कार्यकर्ताओं की चुनाव को लेकर पूरी तैयारी थी लेकिन ज्यादातर नेता इस बात के हक में नहीं थे कि नए राज्य में किसी नए चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ा जाए। एक सवाल के जवाब में दुष्यंत चौटाला ने कहा कि भाजपा के नवनिर्वाचित अध्ययक्ष जेपी नड्डा के साथ उनकी दो बार बातचीत हो चुकी है। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व जहां भी उनकी तथा जजपा कार्यकर्ताओं की डयूटी लगाएगा पार्टी वहां जाकर चुनाव प्रचार भी करेगी और बूथ संभालने का काम भी करेंगे।
आम आदमी पार्टी तथा शिरोमणि अकाली दल के विरोध में खुलकर बोलते से बचते हुए दुष्यंत चौटाला ने कहा कि भाजपा व जजपा का एकमात्र लक्ष्य इस चुनाव के दौरान ऐसी राजनीतिक ताकतों को दिल्ली से बाहर करना है जिन्होंने CAA व NRC के मुद्दे पर देशवासियों को गुमराह करने का प्रयास किया है। दुष्यंत ने दिल्ली चुनाव में भाजपा की जीत का दावा करते हुए कहा कि बहुत जल्द वह खुद भी दिल्ली में चुनाव प्रचार के लिए जाएंगे।