दास्तान-ए-शहादत थीम पार्क ( Dastan-e-Shahadat Theme Park ) और हेरिटेज स्ट्रीट का उद्घाटन 19 नवंबर को
पंजाब के राज्यपाल और मुख्यमंत्री द्वारा 19 नवंबर को दास्तान-ऐ-शहादत थीम पार्क और हेरिटेज स्ट्रीट का किया जाएगा उद्घाटन
ऐसे दुर्लभ अवसर जिंदगी में एक बार ही आते हैं : चरणजीत सिंह चन्नी
इस पल को यादगार बनाने के लिए तैयारियां जोरों पर
हमारी नौजवान पीढ़ियों को हमारे गौरवमयी अतीत के साथ जोड़ने के लिए यह ऐतिहासिक प्रोजैक्ट एक सेतु का काम करेगा।
पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा 19 नवंबर को दास्तान-ए-शहादत थीम पार्क और हेरिटेज स्ट्रीट का उद्घाटन किया जाएगा। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने इस पल को यादगार बनाने के लिए आज निजी तौर पर समूची तैयारियों का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री ने पर्यटन, परिवहन, स्थानीय सरकारें, सूचना एवं लोक संपर्क, स्वास्थ्य और पुलिस विभागों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि हमारी नौजवान पीढ़ियों को हमारे गौरवमयी अतीत के साथ जोड़ने के लिए यह ऐतिहासिक प्रोजैक्ट एक सेतु का काम करेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे दुर्लभ अवसर जीवन में एक बार ही आते हैं, इसलिए इनको पूरे उत्साह के साथ मनाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित धार्मिक नेताओं और राजनीतिक शख्सियतों के साथ हेरिटेज स्ट्रीट के उद्घाटन समारोह में शामिल होकर ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री कतलगढ़ साहिब में नतमस्तक होंगे।
इस मौके पर भूरड़े वाला चौक ( नजदीक दाना मंडी) से गुरुद्वारा साहिब तक पूरे धार्मिक उत्साह और खालसाई जाहो-जलाल के साथ शोभा यात्रा निकाली जाएगी, जिसमें आगे गतका पार्टियां और घोड़े रिवायती सिख मार्शल आर्ट में अपने जौहर दिखाएंगे। इस शोभा यात्रा में बैंड, नगाड़े (ढोल), हाथी और घोड़ा भी शामिल होंगे।
श्री अखंड पाठ साहिब जी के भोग 19 नवंबर को सुबह 9:30 बजे थीम पार्क में डाले जाएंगे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री को यह भी बताया गया कि राज्यपाल थीम पार्क में शानदार ढंग से तैयार की गई गैलरियों का दौरा भी करेंगे। कुल 11 गैलरियां पहली पातशाही साहिब श्री गुरु नानक देव जी से लेकर महान सिख योद्धा बाबा बन्दा सिंह जी बहादुर तक सिख इतिहास और गौरवमई विरासत को प्रभावशाली ढंग से प्रदर्शित करेंगी और यहां की पेशकारियां दर्शकों को एक शानदार अनुभव देंगी और उनको उस युग में ले जाएंगी जब यह घटनाएं वास्तव में घटी थीं। इस मौके पर प्रसिद्ध सिख नेता और धार्मिक शख्सियतें भी उपस्थित रहेंगी।
मुख्यमंत्री ने एक गैलरी में सिख इतिहास के बारे में ऑडियो-विजुअल पेशकारी भी देखी।
सूचना एवं लोक संपर्क विभाग को एलईडी स्क्रीनों के निर्विघ्न कामकाज को सुनिश्चित बनाने की जि़म्मेदारी सौंपी गई है, जबकि कमिश्नर नगर निगम मोहाली शाम के समागम के इंचार्ज होंगे।
इस मौके पर अतिरिक्त मुख्य सचिव पर्यटन संजय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव हुसन लाल, स्थानीय सरकारें विभाग के प्रमुख सचिव अजोए कुमार सिन्हा, सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति गुरकिरत किरपाल सिंह, डायरैक्टर पर्यटन कंवलप्रीत कौर बराड़, डिप्टी कमिश्नर रूपनगर सोनाली गिरी और एसएसपी विवेक शील सोनी उपस्थित थे।
55 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हुआ थीम पार्क
55 करोड़ रुपए की लागत के साथ थीम पार्क और 6 करोड़ की लागत के साथ हेरिटेज साइट का निर्माण किया जा रहा है और श्री चमकौर साहिब का थीम पार्क दुनिया के किसी भी अजूबे से कम नहीं होगा। इसमें सिख इतिहास और दशम गुरु गोबिंद सिंह जी के परिवार द्वारा दी गई बेमिसाल कुर्बानियों को जीवंत करते इस प्रोजेक्ट में विभिन्न गैलरियों में सिखी के इतिहास को एनिमेशन फिल्मों के जरिये दिखाया जाएगा।
अति आधुनिक तकनीकों से तैयार 11 गैलरियों में दिखाया जाएगा सिख इतिहास
थीम पार्क में 11 गैलरियों में अति आधुनिक तकनीकों के द्वारा सिख फलसफे, श्री चमकौर साहिब के साके, सरबंसदानी श्री गुरु गोविंद सिंह जी के श्री आनंदपुर साहिब के किला छोड़ने से लेकर सरसा नदी के बिछोड़े, माछीवाड़ा के जंगलों के समेत बड़े साहिबजादे और छोटे साहिबजादे की शहादत, बंदा सिंह बहादुर का पंजाब की तरफ कूच करना और सिख राज्य को वापस स्थापित करना पेश किया गया है।
इस प्रोजेक्ट की पूरी स्क्रिप्ट पद्मश्री डॉक्टर सुरजीत पात्र की तरफ से लिखी गई और गैलरियों में दिखाई जाने वाली एनिमेशन फिल्म सिख ऐतिहासिक गीत और कमेंट्री को मुंबई और दिल्ली के नामी स्टूडियो से तैयार करवाया गया है। एनिमेशन फिल्मों में देश के नामी गायक कैलाश खेर और सुखविंदर के अलावा और भी गायकों ने आवाज दी है। इस प्रोजेक्ट को विश्व विरासत-ए-खालसा को तैयार करने वाले के तकनीकी माहिरों की टीम ने और डिजाइनरों की तरफ से मुकम्मल किया गया है।
स्टेनलेस स्टील की 10-10 मीटर ऊंची 2 तलवारें व खंडा स्थापित
इसके अलावा थीम पार्क में दो स्टेनलेस स्टील की 10-10 मीटर ऊंची तलवारें और एक खंडे की स्थापना की गई है। इसके अलावा पांच तांबे के घोड़े भी लगाए गए हैं, जिन पर योद्धा सवार होंगे। खंडे की बात की जाए तो इस 10 मीटर ऊंचे खंडे पर आधारित एक अव्वल दर्जे का वाटर शो पेश किया जाएगा जो एक गीत पर आधारित है। तांबे के घोड़ों पर सवार योद्धाओं का निर्माण बंगाल से आए कारिगरों द्वारा किया गया है।
इन 11 गैलरियों में दिखेगा सिख इतिहास
11 गैलरियों की बात करें तो डोमनुमा पहली गैलरी में गुरु साहिबान जी के जीवन से संबंधी जानकारी दी जाएगी। वहीं, दूसरी गैलरी में भाई जैता जी द्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के शीश को लाने का पूरा इतिहास दिखाया जाएगा। 270 डिग्री स्क्रीन पर आधारित तीसरी गैलरी में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के जीवन और इतिहास के साथ श्रद्धालुओं को अवगत करवाया जाएगा, जबकि टर्न्टेबल के ऊपर बैठकर 360 डिग्री स्क्रीन श्रद्धालुओं की तरफ से देखी जाने वाली चौथी गैलरी में श्री चमकौर साहिब की लड़ाई को दिखाया जाएगा। पांचवीं गैलरी में छोटे साहबजादों के साथ संबंधित इतिहास और सरसा नदी के बिछोड़े के पलों को दिखाया जाएगा।
छठी गैलरी में प्रोजेक्शन मेपिंग के साथ छोटे साहिबजादे की आंखों को नाम कर देने वाली लासानी शहादत के दृश्य को बयान करने के लिए पूरी मेहनत के साथ काम किया गया है। इसी तरह सातवीं गैलरी में माछीवाड़ा के साथ संबंधित गुरु साहिब जी का इतिहास वर्णन किया गया है।
आठवीं गैलरी में मुक्तसर की जंग और दशम गुरु द्वारा लिखे जफरनामे से संबंधित तथ्यों को संगत के समूह आधुनिक तकनीक से प्रसारित किया जाएगा। नौवीं गैलरी में गुरु साहिब की बंदा सिंह बहादुर से मुलाकात को दिखाया जाएगा। दसवीं गैलरी में बंदा बहादुर के नांदेड़ से पंजाब आने तक के सफर को दिखाया जाएगा। वहीं, ग्यारहवीं गैलरी में मुगलों से ली गई टक्कर को लेकर फिर से सिख राज्य को स्थापित करने के दौर को पेश किया जाएगा।
Also see :