हर तीन महीने के बाद एक रिपोर्ट उनको प्रस्तुत की जाए -अनिल विज |
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के सभी जिलों के उपायुक्त, पुलिस आयुक्त, पुलिस अधीक्षक और जिला पुलिस आयुक्त को वायरलेस मैसेज निर्देश – अनिल विज |
गृह मंत्री कार्यालय द्वारा पुन: जांच/पड़ताल हेतु भेजी जाने वाली शिकायतों/समस्याओं को अन्य डीएसपी को भेजा जाए और इन शिकायतों/समस्याओं को तीन महीने के भीतर निपटाने का प्रयास हो – अनिल विज |
इन आदेशों की एक प्रति गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को भी प्रेषित की – अनिल विज |
चंडीगढ़, 21 दिसंबर
हरियाणा के गृह मंत्री श्री अनिल विज ने आज राज्य के सभी जिलों के उपायुक्त, पुलिस आयुक्त, पुलिस अधीक्षक और जिला पुलिस आयुक्त को निर्देश दिए हैं कि गृह मंत्री कार्यालय द्वारा पुन: जांच/पड़ताल हेतु भेजी जाने वाली शिकायतों/समस्याओं को अन्य डीएसपी को भेजा जाए और इन शिकायतों/समस्याओं को तीन महीने के भीतर निपटाने का प्रयास करें। उन्होंने अपने निर्देश में यह भी कहा है कि हर तीन महीने के बाद, इस बारे में एक समेकित रिपोर्ट उनको प्रस्तुत की जाए।
श्री अनिल विज ने यह निर्देश आज वायरलेस मैसेज के माध्यम से राज्य के सभी उपायुक्त, पुलिस आयुक्त, पुलिस अधीक्षक और जिला पुलिस आयुक्तों को दिए। साथ ही इसकी एक प्रति गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को भी प्रेषित की है।
श्री अनिल विज ने संदेश में यह भी लिखा है कि ‘यह देखा गया है कि इस कार्यालय से पुन: जांच/पुनः पड़ताल के लिए अग्रेषित की जाने वाली सभी शिकायतें उसी अधिकारी/कर्मचारी को भेजी जा रही हैं, जिसके द्वारा पहले ही मामला निपटाया जा चुका है, जिससे पुन: जांच/पुनःपड़ताल का उद्देश्य पूरा नहीं होता है’।
अनिल विज ने संदेश में आगे निर्देशित किया है कि “इसलिए मैं चाहूंगा कि सभी डीसी, सीपी, एसपी और डीसीपी भी मेरे द्वारा भेजी गई ताजा सार्वजनिक शिकायतों/समस्याओं में व्यक्तिगत रुचि लें और प्राकृतिक न्याय के हित में इन शिकायतों/समस्याओं को उन्हीं जांच अधिकारियों को न भेजें। इसके अलावा, यह वांछित है कि इन शिकायतों/समस्याओं को अन्य डीएसपी को भेजा जाए और इन शिकायतों/समस्याओं को तीन महीने के भीतर निपटाने का प्रयास किया जाए तथा हर तीन महीने के बाद, इसकी एक समेकित रिपोर्ट अधोहस्ताक्षरी को प्रस्तुत की जाए”।
इधर, हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने आज सुबह अंबाला में अपने आवास पर प्रदेशभर से पहुंचे फरियादियों की शिकायतें सुनी। गृह मंत्री अनिल विज के समक्ष ज्यादातर शिकायतें पुलिस से संबंधित पहुंची, जिन पर संज्ञान लेते हुए गृह मंत्री ने कई मामलों की जांच स्टेट क्राइम और एसआईटी गठित कराने के निर्देश दिए। गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि उन्होंने सख्त निर्देश दिए हुए हैं कि जो शिकायत वे भेजते हैं, उनकी जांच डीएसपी स्तर के अधिकारी ही जांच करेंगे और डीएसपी भी दूसरे जोन का होगा। कहीं-कहीं पुलिस द्वारा लापरवाही बरती जाती है, इसलिए आज सभी को वायरलैस मैसेज भेजा गया है।
पिता बोला-मंत्री जी, पुलिस मर्डर केस में बेटे का झूठा जोड़ रही नाम, स्टेट क्राइम को जांच के निर्देश
फरीदाबाद से पहुंचे एक व्यक्ति ने कहा कि 13 दिसंबर को एनआईटी थाना एरिया में लड़ाई झगड़े में राजेश नाम के युवक की मौत हुई थी। पुलिस ने मृतक के परिजनों के बयान पर नईम, राजन व प्रदीप के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया था, लेकिन सेक्टर-30 सीआईए नईम के कहने पर उसके बेटे गौरव का नाम जोड़ रही है,जबकि मृतक के परिजनों ने उसके बेटा का कहीं नाम नहीं लिया। पुलिस उन्हें बिना वजह परेशान कर रही है। इस पर संज्ञान लेते हुए गृह मंत्री अनिल विज ने स्टेट क्राइम से जांच कराने के निर्देश दिए।
युवक की हत्या की आशंका मामले को लेकर स्टेट क्राइम ब्रांच को जांच के निर्देश
जिरकपुर से पहुंची एक महिला ने गृह मंत्री अनिल विज को शिकायत सौंपते हुए कहा कि वह पिछले एक साल से न्याय के लिए भटक रही है। डीएसपी,एसपी और डीजीपी तक वह मिल चुकी है, लेकिन उसकी शिकायत पर संज्ञान नहीं लिया गया। महिला ने बताया कि 4 दिंसबर 2022 की शाम को पिपली पुलिस थाने से उसे सूचना मिली थी कि आपके बेटे सुमीत मल्हौत्रा ने बस स्टैंड पिपली के पास एफसीआई गोदाम के नजदीक पेड़ से फंदा लगा सुसाइड कर लिया है। पुलिस ने उसके बेटे की जेब से मोबाइल, पर्स बरामद किया था, लेकिन उसके पर्स में एटीएम कार्ड, पासपोर्ट समेत अन्य डॉक्यूमेंट्स नहीं मिले। यही नहीं, मोबाइल में सिम कार्ड नहीं मिला। उसने हत्या की आशंका जताते हुए मामले की जांच कराने की गुहार लगाई थी, लेकिन पुलिस ने इत्तफाकिया कार्रवाई करते हुए मामला रफा-दफा कर दिया। गृह मंत्री ने मामला की स्टेट क्राइम से जांच कराने के निर्देश दिए हैं।
गृह मंत्री अनिल विज के आवास पर अंबाला कैंट से एक रिटायर्ड फौजी अपनी पत्नी के साथ पहुंचा। यहां, शिकायत सौंपते हुए आरोप लगाया कि उसका बेटा और बहू मारपीट करते हैं। पुलिस को शिकायत सौंपी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। गृह मंत्री ने तुरंत संज्ञान लेते हुए डीएसपी के जरिए महेश नगर थाना प्रभारी को कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
वहीं, रोहतक से पहुंचे परिजनों ने गृह मंत्री अनिल विज को शिकायत सौंपते हुए आरोप लगाया कि रोहतक सीआईए-2 ने उनके बेटे को बिना किसी कारण गोली मार दी और उसी के बेटे के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। इस मामले में गृह मंत्री ने एसआईटी गठित कर जांच करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, मिस्त्री की शिकायत पर बिजली ठेकेदार के खिलाफ रोहतक में मुकदमा दर्ज न करने पर एसपी से स्पष्टिकरण मांगा है। वहीं, एक अन्य मामले में नारकॉटिक सैल के खिलाफ आई शिकायत पर एसपी हिसार को जांच करने के निर्देश दिए हैं।
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