37वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला में ‘यूखनी यइम्मा-यइम्मा’ गीत पर झूमे टुनिशियाई कलाकार
हरियाणा के फरीदाबाद में चल रहे 37वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला की मुख्य चौपाल पर देश-विदेश के विभिन्न कलाकारों की महफ़िल जम रही है। देशी – विदेशी कलाकारों ने अपने-अपने देश की वेशभूषा, संस्कृति, अपना रहन-सहन, खुशहाली और सुंदरता को गीत, संगीत एवं नृत्य के जरिए से पर्यटकों के सामने प्रस्तुत किया। गुजरात के पोरबंदर जिला से आए आवण रास मंडल ने मनिहारा रास की मनमोहक प्रस्तुति दी। किर्गिस्तान के कलाकारों ने अपने हाथों से बनाए गए वाद्य यंत्रों की धुनों पर नृत्य कर पर्यटकों का मन लुभाया। वहीं इथोपिया के कलाकारों ने गम्मेला डांस करके लोगों को भाईचारे को कायम रखने का संदेश भी दिया। टुनिशिया से आए नेशनल ट्रूप ने अपने देश की सुंदरता और खुशहाली को ‘यूखनी यइम्मा-यइम्मा’ गीत के साथ नृत्य की प्रस्तुति देकर पर्यटकों को मंत्रमुग्ध किया। गाम्बिया देश के कलाकारों ने अपनी आजादी व खुशहाली के मौके पर गाए जाने वाले गीत की शानदार प्रस्तुति दी। जामिया के कलाकारों ने परंपरागत नृत्य लिक्किसी की प्रस्तुति दी। कोमोरोज सहित अन्य देश के कलाकारों ने भी अपने देश की भव्यता को गीतों एवं नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत करके बड़ी चौपाल पर पर्यटकों को थिरकने पर मजबूर कर दिया।
चेहरा स्कैन करके पीएम मोदी के साथ पूर्व में ली गई फोटो ढूंढ रहे पर्यटक
37 वें अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए चलाई गई मुहिम में पर्यटक भी सहभागी बन रहे हैं। मेला परिसर में पार्टनर स्टेट गुजरात पैविलियन में विकसित भारत एम्बेसडर स्टॉल पर्यटकों को खूब लुभा रही है। मेले की इस स्टॉल पर पीएम श्री मोदी के साथ सेल्फी प्वाइंट, सेल्फी बूथ के अलावा ‘हमारा एप नमो एप’ से जुडक़र देश को विकसित भारत बनाने में अपना योगदान देने का आह्वान किया गया है।
‘गुजरात की खुशबू’ नाम से प्रसिद्ध पेवेलियन में विकसित भारत लाउन्ज में एक ऐसी स्क्रीन लगाई गई है, जिसके माध्यम से कोई व्यक्ति यदि कभी पीएम श्री मोदी से मिला हो और भूल गया है, तो इस स्क्रीन के सामने अपना चेहरा स्कैन करके संबंधित पुरानी फोटो को देख सकते हैं। साथ ही उस फोटो को अपने व्हाट्सऐप या मेल पर भी ले सकते हैं। इस स्टॉल पर दिनभर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के साथ सेल्फी बूथ पर पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है।
‘नमो एप’ से जुड़ रही युवा पीढ़ी
‘नमो एप’ पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नागरिकों से विकसित भारत एंबेसडर मॉड्यूल में प्रभावी कार्य करने की 100 दिन की चुनौती को स्वीकार करने का आह्वान किया है। इसमें विकसित भारत का एंबेसडर बनने, शक्तियों को संयोजित करने, विकास के एजेंडे का प्रसार करने और विकसित भारत के मिशन को पूरा करने के लिए युवा पीढ़ी को दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ अपनी ऊर्जा का राष्ट्र हित में सदुपयोग के लिए प्रेरित किया गया है। मेले में आने वाले पर्यटक विकसित भारत एंबेसडर 100 डे चेलेंज नामक इस स्टॉल पर अत्यधिक रुचि ले रहे हैं। पर्यटक इस स्टॉल पर देश को विकसित बनाने वाली योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारी ले रहे हैं। हर कोई विकसित भारत बनाने के लिए सामूहिक प्रयासों में अपना ख़ास योगदान दे रहा है। मेले में पर्यटकों का रुझान देखकर कहा जा सकता है कि पीएम श्री मोदी के विकसित भारत के सपने को साकार करने वाली गतिविधियों में समाज का हर वर्ग साथ आ रहा है।
गोरिल्ला का मास्क पहनकर पर्यटकों को लुभा रहा युगांडा का लेविटिक्स वसवा
अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले में इस बार देश ही नहीं विदेशी कलाकार भी अपने उत्पादों की ब्रांडिंग व मार्केटिंग के अनोखे तरीके अपना रहे हैं। युगांडा देश के लेविटिक्स वसवा गोरिल्ला मास्क पहन अपने स्टॉल पर पर्यटकों को लुभा रहे हैं। लेविटिक्स ने बताया कि उनके स्टॉल पर लकड़ी से तैयार पशु-पक्षियों की विभिन्न कलाकृतियां उपलब्ध हैं। युगांडा में गैल्फ की लकड़ी ऐसी कलाकृतियों को बनाने में सबसे उपयुक्त रहती है। इस लकड़ी से नक्काशी और मुड़ाई का कार्य आसानी से हो जाता है। उनका कहना है कि लकड़ियों की कलाकृतियों की देश-विदेश में खूब डिमांड है। वे अपने उत्पादों की ब्रांडिंग व मार्केटिंग के लिए दिनभर गोरिल्ला मास्क पहनकर घूमते हैं, जबकि उनके बाकी साथी स्टॉल पर मौजूद रहते हैं।
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