Akali Dal Ne Videsh Mantri Dr Jaishankar Se Maanga Imran Khan Ka Aashvaasan
अकाली दाल ने विदेश मंत्री डाॅ जयशंकर से माँगा इमरान खान का आश्वासन
इमरान खान से स्पष्ट आश्वासन लिया जाए कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की जान माल की रक्षा की जाएगीः अकाली दल
सरदार सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने सिखों पर नफरती हमला करने तथा गुरुद्वारा जन्म स्थान पर पत्थरबाजी करने वालों की गिरफतारी मांगी | डाॅ. जयशंकर से पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में उठाने के लिए कहा |
दिल्ली/चंडीगढ़/06 जनवरीः शिरोमणी अकाली दल ने आज केंद्रीय विदेश मंत्री डाॅ. जयशंकर से अनुरोध किया है कि वह पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान से यह विशेष आश्वासन लें कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के जान माल की रक्षा की जाएगी तथा सिखों पर नफरती हमला करने तथा ननकाना साहिब में गुरुद्वारा जन्म स्थान पर पत्थरबाजी करने वाले सभी दोषियों को गिरफतार करके उदाहरणीय सजा दी जाएगी।
आज यहां विदेश मंत्री से मिलने वालों में अकाली दल अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल में वरिष्ठ अकाली नेताओं के अलावा दिल्ली सिख गुरुद्वारा कमेटी तथा पटना साहिब कमेटी के प्रमुख भी शामिल थे।
अकाली दल अध्यक्ष ने डाॅ. जयशंकर से पाकिस्तान द्वारा अल्पसंख्यकों पर किए जा रहे अत्याचारों का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में भी उठाने का आग्रह किया। उन्होने कहा कि 2002 की जनगणना के समय पाकिस्तान में सिखों की आबादी 40 हजार थी, जो घटकर पांच हजार रह गई है। यह अपने आप में जबरदस्ती धर्मांतरण का बहुत बड़ा सबूत है।
सरदार बादल ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल के मैंबरों, जिनमें सांसद बलविंदर सिंह भूंदड़, प्रोफेसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा तथा नरेश गुजराल के अलावा डीएसजीएमसी अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा, तख्त पटना साहिब कमेटी के अध्यक्ष अवतार सिंह हित तथा हरमीत सिंह कालका शामिल थे, ने विदेश मंत्री को यह भी बताया कि पाकिस्तान में इतने बुरे हालात हैं कि गुरुद्वारों की देखभाल कर रहे सिख भी सुरक्षित नही हैं। इस मुद्दे पर उच्च स्तर पर तत्काल हस्तक्षेप के लिए आग्रह करते हुए सरदार बादल ने कहा कि यदि कोई भी गुरुद्वारा जन्म स्थन पर हमला कर सकता है तो पाकिस्तान में कोई अल्पसंख्यक सुरक्षित नही है।
अकाली दल प्रतिनिधिमंडल ने यह भी कहा कि यदि किसी भी अल्पसंख्यक को निशाना बनाया जाता है तो पाकिस्तान सरकार को तत्काल नोटिस लेकर अनुकरणीय कार्रवाई करने के लिए कहा जाना चाहिए। उन्होने कहा कि यदि सरकार ने गुरुद्वारा जन्म स्थान में सिखों पर हुए हमले तथा गुरुद्वारा साहिब पर हुए पथराव के मामले में तुरंत कार्रवाई की होती तो इससे बाद की घटनाएं शुरू नही होनी थी, जिनके कारण पेशावर में एक सिख नौजवान का कत्ल हो गया।
प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने डाॅ. जयशंकर को यह भी बताया कि पाकिस्तान में हाल की घटनाओं ने पूरी दुनिया भर के सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। उन्होने कहा कि पाकिस्तान में रहने वाले सिख पहले ही कह चुके हैं कि वह असुरक्षित महसुस कर रहे हैं। उन्होने कहा कि यहां तक कि हमारे पवित्र गुरुघाम भी सुरक्षित नही हैं। ऐसी स्थिति में सिखों तथा बाकी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।