Sukhjinder Singh Randhawa raised the issue of Delhi violence
विधानसभा के शून्य काल के दौरान सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने दिल्ली हिंसा का मुद्दा उठाया
इंसानियत के कातिलों के नापाक मंसूबों को सहन नहीं किया जाएगा-रंधावा
केंद्रीय सत्ता में हिस्सेदार अकाली दल की चुप्पी पर भी सवाल खड़ा किया
चंडीगढ़, 27 फरवरी:
सहकारिता और जेल मंत्री स. सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने आज पंजाब विधानसभा के बजट सत्र के पाँचवे दिन शुन्य काल के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में भडक़ी हिंसा और हत्याकांड का मुद्दा उठाया।
सत्र के दौरान मुद्दा उठाने के बाद विधानसभा के बाहर मीडिया के साथ अनौपचारिक बातचीत के दौरान स. रंधावा ने कहा कि इंसानियत के कातिलों के नापाक मंसूबों को सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने केंद्रीय सत्ता में शामिल अकाली दल के नेताओं की भी इस मामले पर चुप्पी पर तंज कसते हुए कहा कि अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे इस भेदभाव पर सिखों की नुमायंदगी करने वाली पार्टी का चुप रहना बर्दाश्त करने योग्य नहीं है।
इससे पहले विधानसभा के शून्य काल के दौरान बोलते हुए सहकारिता मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी इस समय जल रही है और इंसानियत का दिन-देहाड़े कत्ल हो रहा है जो कि एक प्रजातांत्रिक और धर्म निरपेक्ष देश पर धब्बा है। उन्होंने कहा कि यह सब कुछ उस समय पर घटा जब अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को दिल्ली में ही रात के खाने की दावत दी हुई थी। उन्होंने कहा कि ऐसे दृश्य के साथ भारत का कैसा अक्स पेश हुआ होगा। उन्होंने कहा कि इस दृश्य की जितनी निंदा की जाये, उतनी ही कम है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस और गृह मंत्रालय इसे रोकने में बुरी तरह असफल रही है।
स. रंधावा जो डेरा बाबा नानक से विधायक हैं, ने कहा कि दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली हिंसा की निंदा करते हुए नफरत फैलाने वाले भाषणों के लिए भाजपा के तीन नेताओं के विरुद्ध कार्यवाही के निर्देश दिए थे परंतु बड़े दुख की बात है कि उसके बाद दिल्ली हाईकोर्ट के जज का तबादला हो जाता है।